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Monday, August 6, 2018

Why does sea water look blue(समुद्र का पानी नीला क्यों दिखाई देता है )


आसान शब्दों में इसका जवाब है की समुद्र के जल में नीले आसमान का परावर्तन होता है, इसीलिए समुद्र नीला दिखाई देता है साथ ही यह इस बात पर निर्भर करता है कि समुद्र को किस कोण से देखा जा रहा है. सूर्य के प्रकाश में सभी रंग उपस्थित होते है.
जब सूर्य का प्रकाश समुद्र के जल से टकराकर लौटता है तो समुद्र का जल इसमें से अधिकांश रंग अवशोषित कर लेता है. इस प्रभाव को देखने के लिए पानी कि विशाल मात्रा का होना आवश्यक है, इसीलिए कप का पानी नीले के स्थान पर रंगहीन दिखाई देता है समुद्र के जल के अणु प्रकाश में उपस्थित लाल रंग को तुरंत अवशोषित कर लेते है, परन्तु वे नीले रंग को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाते.
 फलस्वरूप जल से परावर्तित होकर आने वाले प्रकाश में नीला रंग होता है. और समुद्र के जल का रंग नीला दिखाई देता है साथ ही समुद्र में उपस्थित मृत जिव-जंतु और पेड़ पौधे आदि इस नीले रंग कि तीव्रता को औरबढ़ा देते है. 

Wednesday, March 14, 2018

जल(पानी) क्या है ?


नमस्कार दोस्तो एक बार फिर से स्वागत है एक और पोस्ट में और आज हम बात करने वाले है को जल(पानी) क्या होता है यू तो सब लोग जानते है कि पानी हमारे जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी है और इसके बिना जिन्दा रह पाना नामुमकिन है यह मैं आपको इसी के बारे में थोड़ी जानकारी देने वाला हूँ यू तो जल या पानी एक आम रासायनिक पदार्थ है जिसका अणु  दो  हाइड्रोजन  परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु से बना है - H2O। यह सारे प्राणियों के जीवन का आधार है। आमतौर पर जल शब्द का प्रयोग द्रव अवस्था के लिए उपयोग में लाया जाता है पर यह ठोस अवस्था (बर्फ) और गैसीय अवस्था (भाप या जल वाष्प) में भी पाया जाता है। पानी जल-आत्मीय सतहों पर तरल-क्रिस्टल के रूप में भी पाया जाता है। मुझे लगता है कि आपको यह पढ़ने के बाद आपको कुछ बहुत जानकारी मिल गयी होगी ।अगर आपको इसमे कुछ अच्छा लगा हो तो पोस्ट को शेयर करे और ऐसे ही कुछ और टॉपिक आपके पास है तो कमेंट कर धन्यवाद👍

Saturday, March 3, 2018

ऑक्सीज़न क्या है हिंदी में जाने ?


नमस्कार  दोस्तों हमारे इस ब्लॉग में आपका स्वागत है यह पर हैम काफी अच्छी पोस्ट करते है और आज हम बात करने वाले है ऑक्सीजन क्या होती है  हम आप सभी को ऑक्सीजन के बारे में बताते है वैसे तो आप सभी को पता होगा की ऑक्सीजन क्या होती है ये हमारे लिए क्यों ज़रूरी होती है।  चलो अब मै आपसे पूछता हु की आप को क्या लगता है की ये हमारे लिए क्यों ज़रूरी है।  तो आप का जवाब होगा की  इसके बिना हम जिन्दा नहीं रहे सकते अगर ऑक्सीजन नहीं होगी तो हम सब भी नहीं होगे चलो तो आप बताओ  की आप अपनी सास कितनी देर तक रोक सकते हो १५ सेकंड ,२७ सेकंड या फिर ज़्यादा से ज़्यादा ३० सेकंड तक ऑक्सीजन की ज़रूरत हमे सास लेन के लिए होती है।  कभी आपने सोचा है की अगर ऑक्सीजन खत्म हो जाये तो क्या होगा अगर धरती पर ऑक्सीजन खत्म  हो जाये तो सबसे पहले जो की हमारा  नीला आकाश है वो पूरी तरह से काला हो जायेगा और चारो तरफ अँधेरा हो जायेगा।  सभी जीव जंतु पृथ्वी पर जितने भी सजीव प्राणी है सब के सब मर जायेगे दोस्तों ऐसा कभी सोचना भी मत। 
ऑक्सीजन को O2 से डेनोट करते है ऑक्सीजन स्वादहीन, रंगहीन और गंधहीन गैस है ऑक्सीजन को हम हिंदी में या इसका हिंदी नाम ज़ारक है।  हमारी पृथ्वी में अनेक ऐसे पदार्थ है जिसमे ऑक्सीजन होती है। ऑक्सीजन वायु में स्वतंत्र अवस्था में पाई जाती है।
 वनस्पति तथा प्राणियों के प्राय: सब शारीरिक पदार्थों का ऑक्सीजन एक आवश्यक तत्व है। जो हमारे वातावरण की वायु होती है। उसमे करीब 30" मात्र ऑक्सीजन की होती है।
ऑक्सीजन गैस का उपयोग: ऑक्सीजन गैस को हमने प्राण वायु का भी नाम दिया है। इसको हम कृत्रिम श्वसन के रूप में प्रयोग कर सकते है।ज़्यादातर कृत्रिम श्वसन का प्रयोग हॉस्पिटलों में किया जाता है।  क्योकि जीवित प्राणियों के लिए ऑक्सीजन बहुत ही ज़रूरी है इसलिए अगर ज़रूरत पड़े तो वो इसे कृत्रिम श्वसन दवारा ग्रहण करते हैं। इसका प्रयोग लोहे की मोटी चददर, ये जो भरी भरकम  मशीन होती है। उनके जो भाग टूट जाते है वो भी ऑक्सीजन और ऑक्सीजन के साथ अन्य गैसों को जलाकर जिससे जो आग पैदा होती है उसका ताप बहुत ज़्यादा होता है।  जिससे उनको ठीक किया जाता है। मुझे उम्मीद है कि आप को यह पोस्ट अच्छी लगी तो शेेेयर जरूर करना ।।

Thursday, February 22, 2018

आग (अग्नि) क्या होती है l पढे यह पर हिंदी में 👍


नमस्कार दोस्तों आपका एक बार फिर से स्वागत है और आज हम जानेगे की आग क्या होती है अग्नि रासायनिक दृष्टि से अग्नि जीवजनित पदार्थों के कार्बन तथा अन्य तत्वों का आक्सीजन से इस प्रकार का संयोग है कि गरमी और प्रकाश उत्पन्न हों। अग्नि की बड़ी उपयोगिता है जाड़े में हाथ-पैर सेंकने से लेकर परमाणु बम द्वारा नगर का नगर भस्म कर देना, सब अग्नि का ही काम है। इसी से हमारा भोजन पकता है, इसी के द्वारा खनिज पदार्थों से धातुएँ निकाली जाती हैं और इसी से शक्ति उत्पादक इंजन चलते हैं। भूमि में दबे अवशेषों से पता चलता है कि प्राय पृथ्वी पर मनुष्य के प्रादुर्भाव काल से ही उसे अग्नि का ज्ञान था। आज भी पृथ्वी पर बहुत सी जंगली जातियाँ हैं जिनकी सभ्यता एकदम प्रारंभिक है, परंतु ऐसी कोई जाति नहीं है जिसे अग्नि का ज्ञान न हो।
आग एक ऐसा दहनशील पदार्थो की तेज़ गति का अक्षीकरण होता है जिससे उसमे ऊष्मा , प्रकाश , और ऐसे बहुत से गैसों का मिश्रण होता है। जो भी दहनशील पदार्थ है उनमे असुधि के कारण आग के रंग और उसकी गति में परिवर्तन आ सकता है।
फिलहाल इस पोस्ट में इतना है अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी हो तो शेयर करना न भूले ऐसे से पढ़ने के लिए फॉलो करें धन्यवाद..👍

Monday, February 19, 2018

वायु क्या होती है , इसे हैम कैसे महसूस करते है जानने के लिए इस पोस्ट को जरूर पढे


नमस्कार दोस्तों आपका फिर से स्वागत है हमारी इस नई पोस्ट में और आज हम बात करने वाले है कि हवा या वायु क्या होती है अगर हम बात करे वायु के बारे में तो यह विभिन्न गैसों की मिश्रण है।  जिसमे  नाइट्रोजन की मात्रा सर्वाधिक 78 प्रतिशत होती है जबकि 21 प्रतिशत ऑक्सीजन तथा0.03 प्रतिशत कार्बन डाइ ऑक्साइड पाया जाता है तथा शेष 0.97 प्रतिशत अन्य गैसे होती है। वैज्ञानिकों के अनुमान के अनुसार पृथ्वी के वायुमंडल में करीब 6 लाख अरब टन हवा है।
मुझे उम्मीद है कि इसको पढ़ने से आपको थोड़ी बहुत जानकारी मिल गयी होगी l अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी हो तो आगे शेयर करना न भूले l और ऐसी ही जानकारी के लिए हमे फॉलो कर सकते है
पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद👍

Sunday, February 18, 2018

मछली पानी में जीवित कैसे   रहती है हिंदी में जाने ?


सभी को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है। मछलियों के पास विशेष अंग यानी गिल्स इसीलिए होते हैं। ये उनके सिर के दोनों ओर पाए जाते हैं। मछलियां पानी के अंदर सांस लेने के लिए मुंह को खोलती हैं और गिल्स की तरफ पंप कर देती हैं। इसके बाद ये गिल्स में उपस्थित मेंमब्रेन की मदद से पानी में उपस्थित ऑक्सीजन को सोख लेती हैं। इसके बाद गिल्स खुलने से ये पानी बाहर आ जाता है।

Thursday, February 15, 2018

लोहे का बडा जहाज पानी मेँ क्योँ नहीँ डूबता हिन्दी मे जाने ?


आर्किमीडीज़ का सिद्धांत है कि कोई वस्तु जब पानी में डाली जाती है तब उसके द्वारा हटाए गए जल का भार उस वस्तु के भार के बराबर होता है। और हटाए गए पानी की ताकत उसे वापस ऊपर की ओर उछालती है।
इसलिए लोहे का एक टुकड़ा जब पानी में डाला जाता है तब उसके द्वारा हटाए गए पानी की ऊपर को लगने वाली शक्ति को छोटा आकार मिलता है।यदि इसी लोहे के टुकड़े की प्लेट बना दी जाती तो उसका आकार बड़ा हो जाता और वह पानी के नीचे से आनी वाली ताकत का फायदा उठा सकती थी।
 लोहे के जहाज़ का आयतन(volume) उसके भार(weight) से अधिक होता है।  लोहे का जहाज़ अपने आयतन के बराबर पानी विस्थापित(displace) करता है, यह विस्थापित जल अपने आयतन के तुल्य बल(force) जहाज़ पर लगाता है जिससे जहाज़ पानी पर तैरता है। जबकि लोहे के टुकड़े का आयतन उसके भार से कम होता है, उसके द्वारा विस्थापित जल उसके भार से कम होता है जिससे वह डूब जाता है।

पोस्ट पढ़ने के लिए धन्यवाद  please share and comment 👍

Sunday, February 11, 2018

ताजा अंडे पानी में डूब जाते हैं पुराने नहीं क्यों?


पहले तैरने का सिद्धात समझ लें।
 आर्किमीडीज़ का सिद्धांत है कि कोई वस्तु जब पानी में डाली जाती है तब उसके द्वारा हटाए गए जल का भार उस वस्तु के भार के बराबर होता है।
और हटाए गए पानी की ताकत उसे वापस ऊपर की ओर उछालती है।
 इसलिए लोहे का एक टुकड़ा जब पानी में डाला जाता है तब उसके द्वारा हटाए गए पानी की ऊपर को लगने वाली शक्ति को छोटा आकार मिलता है।
यदि इसी लोहे के टुकड़े की प्लेट बना दी जाती तो उसका आकार बड़ा हो जाता और वह पानी के नीचे से आनी वाली ताकत का फायदा उठा सकती थी।
 जहाँ तक अंडे का सवाल है ताजा अंडे पानी में डूब जाते हैं पुराने नहीं डूबते।
 इसका कारण यह है कि पुराने अंडों के भीतर वायु कण बढ़ जाते हैं। इससे उसका आकार बढ़ जाता है।
नमकीन पानी में अंडे तैरते हैं इसका कारण है कि नमक मिलने के कारण पानी का घनत्व बढ़ जाता है और अंडा तैरने लगता है।
आपने देखा होगा कि जितना भारी तरल होता है उतना ही वस्तुएं उसमें तैरती हैं।

Saturday, February 3, 2018

सूर्य ग्रहण क्यों होता है?


पृथ्वी और सूर्य के बीच में चन्दमा के आ जाने पर सूर्य ढक जाता हैं, और पृथ्वी के कुछ हिस्सो पर से सूर्य का नजर नहीं आना सूर्य ग्रहन कहलाता हैं।
जब सूर्य पूर्ण रुप से या आंशिक रुप से चन्द्र द्वारा ढक जाने पर सूर्य नजर नहीं आता तो, उसे सूर्य ग्रहण अथवा आंशिक सूर्य ग्रहण कहां जाता हैं।

Wednesday, January 31, 2018

चंद्रग्रहण किसे कहते है ?


चंद्र ग्रहण तब होता है, जब सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी इस प्रकार से आ जाती है कि पृथ्वी की छाया से चन्द्रमा का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है। जब इस स्थिति में पृथ्वी सूर्य की किरणों के चन्द्रमा तक पहुँचने में अवरोध लगा देती है तो पृथ्वी के उस हिस्से में चन्द्र ग्रहण नज़र आता है। इस ज्यामितीय प्रतिबंध के कारण चन्द्र ग्रहण केवल पूर्णिमा की रात्रि को घटित हो सकता है।
चंद्रग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते है जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा इस क्रम में लगभग एक सीधी रेखा में अवस्थित हों। इस ज्यामितीय प्रतिबंध के कारण चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है। चंद्रग्रहण का प्रकार एवं अवधि चंद्र आसंधियों के सापेक्ष चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं।
किसी सूर्यग्रहण के विपरीत, जो कि पृथ्वी के एक अपेक्षाकृत छोटे भाग से ही दिख पाता है, चंद्रग्रहण को पृथ्वी के रात्रि पक्ष के किसी भी भाग से देखा जा सकता है। जहाँ चंद्रमा की छाया की लघुता के कारण सूर्यग्रहण किसी भी स्थान से केवल कुछ मिनटों तक ही दिखता है, वहीं चंद्रग्रहण की अवधि कुछ घंटों की होती है। इसके अतिरिक्त चंद्रग्रहण को, सूर्यग्रहण के विपरीत, आँखों के लिए बिना किसी विशेष सुरक्षा के देखा जा सकता है, क्योंकि चंद्रग्रहण की उज्ज्वलता पूर्ण चंद्र से भी कम होती है।