आसान शब्दों में इसका जवाब है की समुद्र के जल में नीले आसमान का परावर्तन होता है, इसीलिए समुद्र नीला दिखाई देता है साथ ही यह इस बात पर निर्भर करता है कि समुद्र को किस कोण से देखा जा रहा है. सूर्य के प्रकाश में सभी रंग उपस्थित होते है.
जब सूर्य का प्रकाश समुद्र के जल से टकराकर लौटता है तो समुद्र का जल इसमें से अधिकांश रंग अवशोषित कर लेता है. इस प्रभाव को देखने के लिए पानी कि विशाल मात्रा का होना आवश्यक है, इसीलिए कप का पानी नीले के स्थान पर रंगहीन दिखाई देता है समुद्र के जल के अणु प्रकाश में उपस्थित लाल रंग को तुरंत अवशोषित कर लेते है, परन्तु वे नीले रंग को पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाते.
फलस्वरूप जल से परावर्तित होकर आने वाले प्रकाश में नीला रंग होता है. और समुद्र के जल का रंग नीला दिखाई देता है साथ ही समुद्र में उपस्थित मृत जिव-जंतु और पेड़ पौधे आदि इस नीले रंग कि तीव्रता को औरबढ़ा देते है.